मेरे धरा के चौदहवीं के चाँद, सुन दूरी न रहे कोई मेरे चाँद। मेरे धरा के चौदहवीं के चाँद, सुन दूरी न रहे कोई मेरे चाँद।
सुनो ना तुम्हें हम चौदहवीं के चांँद कह बुलायेंगे, तुमको हम अपनाकर अपना हमसफ़र बनाएंगे। सुनो ना तुम्हें हम चौदहवीं के चांँद कह बुलायेंगे, तुमको हम अपनाकर अपना हमसफ़र...
हमनें भी उनसे कहा मोहतरमा, पहले प्यार का इज़हार तो करें। हमनें भी उनसे कहा मोहतरमा, पहले प्यार का इज़हार तो करें।
एक खूबसूरत शाम, चाँद के बहाने एक खूबसूरत शाम, चाँद के बहाने
अँधेरे तूफां को समेटे वह सारी हकीकत मेरी झुकी पलकों पर ठहरी हुई हैं ,तुम , चाँद और मैं डूबे हुए है... अँधेरे तूफां को समेटे वह सारी हकीकत मेरी झुकी पलकों पर ठहरी हुई हैं ,तुम , चाँ...
(चाँद उस दिन से हँसना भूल गुमसुम हो गया) (चाँद उस दिन से हँसना भूल गुमसुम हो गया)